कोई भी व्यक्ति बहार से कितना भी निष्पक्ष होने का प्रयास करे, लेकिन वोट में तो किसी एक को चुनना ही पड़ता है| चुनाव में वोट किसको दे, यह हम सब लोगों को शक रहता ही है| इसके केवल दो पहलु याद रखने चाहिए:
१. हमारा वोट कीमती होता है| इसे अनुपस्थित रहकर, किसीके बहकावे में आकर, 'नोटा' बटन दबाकर या जिसके चुनकर आने की सम्भावना नहीं है ऐसे उम्मीदवार को देकर जायर नहीं करना चाहिए|
२. वोट हंमेशा राष्ट्रहित में होना चाहिए| उम्मीदवार ज्यादातर किसी राजनैतिक पक्ष या गठबंधन का होता है| यह आवश्यक होता है कि जिस उम्मीदवार को वोट दे, वह एक मजबूत और राष्ट्रहित को समर्पित सरकार का गठन करने के लिए योगदान दे|
१. हमारा वोट कीमती होता है| इसे अनुपस्थित रहकर, किसीके बहकावे में आकर, 'नोटा' बटन दबाकर या जिसके चुनकर आने की सम्भावना नहीं है ऐसे उम्मीदवार को देकर जायर नहीं करना चाहिए|
२. वोट हंमेशा राष्ट्रहित में होना चाहिए| उम्मीदवार ज्यादातर किसी राजनैतिक पक्ष या गठबंधन का होता है| यह आवश्यक होता है कि जिस उम्मीदवार को वोट दे, वह एक मजबूत और राष्ट्रहित को समर्पित सरकार का गठन करने के लिए योगदान दे|